वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज:-वाराणसी के एकीकृत क्षेत्रीय विकास के लिए शासन स्तर से कई महीनों से कवायद जारी है। वृहद बनारस परिक्षेत्र में मजबूत कनेक्टिविटी के लिए वाराणसी के आसपास शहरों को मेट्रो सेवा से जोड़ने पर विचार किया जा रहा है। सड़कों की मजबूत कनेक्टिविटी के अलावा आसपास के जिलों में आवासीय क्षेत्र विकसित करने का भी प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।
राष्ट्रीय राजधानी परिक्षेत्र (एनसीआर) की तरह पूर्वांचल के आसपास के जिलाें को शामिल कर वृहद बनारस परिक्षेत्र की परिकल्पना जल्द ही साकार होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को लखनऊ में वाराणसी की विकास परियोजनाओं की समीक्षा की और वाराणसी के एकीकृत क्षेत्रीय विकास की विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने की जिम्मेदारी आवास विभाग को सौंप दी। इस परिकल्पना में वाराणसी के साथ चंदौली, मिर्जापुर, भदोही, जौनपुर, गाजीपुर को वृहद बनारस का हिस्सा बनाए जाने की तैयारी है।
वाराणसी के एकीकृत क्षेत्रीय विकास के लिए शासन स्तर से कई महीनों से कवायद जारी है। वृहद बनारस परिक्षेत्र में मजबूत कनेक्टिविटी के लिए वाराणसी के आसपास शहरों को मेट्रो सेवा से जोड़ने पर विचार किया जा रहा है। सड़कों की मजबूत कनेक्टिविटी के अलावा आसपास के जिलों में आवासीय क्षेत्र विकसित करने का भी प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। वाराणसी की जरूरतों को पूरा करने के लिए जिलों में अलग-अलग सुविधाएं विकसित की जाएंगी। इसमें पांच दशक की विकास संभावनाओं पर प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। महानगर का स्वरूप ले चुकी काशी में रोजगार की तेजी से बढ़ रही संभावना और आबादी के दबाव को देखते हुए शासन वृहद बनारस परिक्षेत्र की परिकल्पना को साकार करने जा रही है। इस पूरे परिक्षेत्र के विकास के लिए राज्य सरकार विशेष पैकेज भी जारी कर सकती है।
मुख्यमंत्री बोले, नेचर, कल्चर और एडवेंचर का संगम है काशी
लखनऊ में समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि काशी नेचर, कल्चर और एडवेंचर का संगम बन रही है। उन्होंने वाराणसी के आसपास के जिले भदोही, गाजीपुर, जौनपुर, चंदौली को जोड़ते हुए एकीकृत क्षेत्रीय विकास योजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश की आर्थिक प्रगति को तेज रफ्तार देने के उद्देश्य से यह प्रयास महत्वपूर्ण हो सकता है। उन्होंने आवास विभाग को प्रारंभिक अध्ययन के साथ अपनी कार्ययोजना प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि वाराणसी में जल, थल और नभ की यातायात सेवाएं उपलब्ध हैं। जल्द ही यहां रोपवे सेवा भी शुरू होगी। रोपवे का जल्द शिलान्यास कराकर निर्माण शुरू कराने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वाराणसी में मणिकर्णिका घाट व हरिश्चंद्र घाट पर स्वच्छता बढ़ानी है। दिव्यांगजन और बुजुर्गों के लिए शौचालय बनवाए जाएं। इसमें निजी औद्योगिक संस्थाओं का सहयोग लिया जा सकता है। उन्होंने वाराणसी में वरुणा कॉरिडोर का निर्माण कार्य जल्द पूरा कराने के निर्देश दिए हैं।
धरातल पर उतरेंगे निवेश प्रस्ताव
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वैश्विक निवेशक सम्मेलन में वाराणसी के लिए हुए निवेश करार को धरातल पर उतारने के लिए तैयारी तेज करने के निर्देश दिए। प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार वृहद बनारस परिक्षेत्र में कलस्टर के हिसाब से विकास की योजना बनाई जाएगी। इसमें आवासीय, औद्योगिक सहित अन्य क्षेत्रों के लिए विशेष स्थानों का भी चयन किया जाएगा। वाराणसी में आए करीब 42 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव के लिए एकीकृत क्षेत्रीय विकास योजना के तहत सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
एकेटीयू और यंग इंडिया को मिल सकती है सलाहकार की जिम्मेदारी
एकीकृत क्षेत्रीय विकास योजना के लिए शासन स्तर से सलाहकार की भी नियुक्ति की जाएगी। इसके लिए अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय (एकेटीयू) और यंग इंडिया संस्था में किसी एक को सलाहकार बनाया जा सकता है। नगर नियोजन के लिए भी एक संस्था का चयन किया जाएगा, जो वाराणसी की सभी जरूरतों को पूरा करने के लिए आसपास के जिलों के समग्र विकास का खाका तैयार करेगी। इसमें वृहद बनारस का हिस्सा बनने वाले सभी जिलों में आवासीय, औद्योगिक, व्यावसायिक विकास सहित अन्य पहलुओं पर संभावना तलाशी जाएगी।